Category: Hindi Poems

Ram

“जय श्री राम”

Shri Ram लाल कौशल्या का जन्मा अवध में फिर प्रमोद छाया जिसने जपा राम को पाया जनक सुता ने पति बनाया अयोध्या में जन्मे...

lohri

“लोहड़ी आई, लोहड़ी आई”

Lohri poem  आया लोहड़ी का त्यौहार आओ मिलकर आग जलाएं तिल, गुड़, रेवड़ी, मूंगफली का थाल सजा कर अग्नि देवता को चढ़ाएं ढोल बजे...

dil kii baatein

“मन की बातें”

Dil kii baatein क्या कहूं इन दिनों कानों में गूँजी आवाज़ मेरे वो आवाज़ थी ज़िन्दगी की कह रही थी ज़िन्दगी तुम मुझे कोसते...

winter season

“सर्दी का मौसम”

Winter season poem सर्दी का मौसम है आया ठंडी ठंडी हवा के साथ धुंद की चादर भी लाया लड्डू पिन्नी, गाजर का हलवा साग...

road safety

“मैं हूँ सड़क”

Road Safety    मैं सड़क, हूँ बेधड़क मैं तो रहूं इक जगह लोगों को पहुंचाऊं मंज़िल तक फौलादी है सीना मेरा बना कंकड़ पत्थर...

save water save life

“पानी रे पानी”

Water: save water पानी रे पानी कितना अमूल्य है तू तुझ बिन ये धरती वीरानी जिसने प्यास की तड़प गुज़री उसने तेरी कीमत जानी...

farmers

“किसान”

Farmers परम ज़रूरत मानव की वह फ़सल खेत से आएगी देने वाली धरती माँ पर मेहनत हर किसान की सलाम है किसान को जो...

father, father's day

“पिता | Father”

Father पिता वो है जो करता तो है प्यारपर बतलाता नहीं,दिल में समेटे रहता है जज़्बातपर दिखलाता नहीं,पिता के होने से वजूद अगर हैपिता...

labour day poem

“होता न मज़दूर तो!!!”

Labour Day “होता न मज़दूर तो!!!” होता न मज़दूर तो ये आशियाने न बनते आशियाने तो दूर ईंट पत्थर के ठिकाने न बनते ये...

bird

“उड़जा ऐ परिंदे”

Bird उड़जा ऐ परिंदे तू तेरा इस जग से क्या वास्ता ये जग तुझको भी न जीने देगा है कठिन बड़ा ये रास्ता है...

media

“मीडिया”

Media मीडिया माध्यम भी है और मज़ेदार भी दिखाता ये समाज का आइना तो देता हंसी की फुहार भी… पूरी दुनिया है आज इस...

women empowerment

“नारी की ताकत”

Women Empowerment ना लो बार बार इम्तिहान नारी का ना परखो नारी की ताकत जब जब टूटा बांध सब्र का आई इस दुनिया पर...

unemployment

“बेरोज़गारी”

Unemployment आज के युवा देखो कैसे हुए बेहाल हैं रोज़गार नहीं है कोई महंगाई की मार है आज हालात जो हो रहे विश्व के...

home

“घर किसे कहते हैं”

Home “घर किसे कहते हैं” ईंटों से दीवार बनी रेत, सीमेंट और बजरी डली कमरों पे थी मज़बूत छत बगिया भी खूब सजी पर...

my life

“जीवन का ये पाठ”

My Life फर्क नहीं पड़ता लोगों की सोच से अब फर्क नहीं पड़ता ज़माने की खरोंच से अब ज़िन्दगी मेरी है, नाम मेरा ग़ुलाम...

nari shakti

“नारी शक्ति”

Nari Shakti मत मजबूर करो मत जगाओ दुर्गा स्वरुप नारी को इतनी वो कमज़ोर नहीं बस जज़्बात उसपर भारी हैं मर्यादाओं का मान रखते...

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