“जय श्री राम”
Shri Ram लाल कौशल्या का जन्मा अवध में फिर प्रमोद छाया जिसने जपा राम को पाया जनक सुता ने पति बनाया अयोध्या में जन्मे...
Shri Ram लाल कौशल्या का जन्मा अवध में फिर प्रमोद छाया जिसने जपा राम को पाया जनक सुता ने पति बनाया अयोध्या में जन्मे...
Lohri poem आया लोहड़ी का त्यौहार आओ मिलकर आग जलाएं तिल, गुड़, रेवड़ी, मूंगफली का थाल सजा कर अग्नि देवता को चढ़ाएं ढोल बजे...
books are our best friends मुझे हाथों में किताब चाहिए वो पन्ने लाजवाब चाहिए नींद उड़ी पर सोच गहरी पढ़ने को सारी रात चाहिए...
Dil kii baatein क्या कहूं इन दिनों कानों में गूँजी आवाज़ मेरे वो आवाज़ थी ज़िन्दगी की कह रही थी ज़िन्दगी तुम मुझे कोसते...
Winter season poem सर्दी का मौसम है आया ठंडी ठंडी हवा के साथ धुंद की चादर भी लाया लड्डू पिन्नी, गाजर का हलवा साग...
Road Safety मैं सड़क, हूँ बेधड़क मैं तो रहूं इक जगह लोगों को पहुंचाऊं मंज़िल तक फौलादी है सीना मेरा बना कंकड़ पत्थर...
Health and Fitness अरे ! उठ जागो आलस्य को क्यों तुमने सहारा बनाया है चुस्ती फुर्ती को क्यों किनारे लगाया है तन मन की...
Water: save water पानी रे पानी कितना अमूल्य है तू तुझ बिन ये धरती वीरानी जिसने प्यास की तड़प गुज़री उसने तेरी कीमत जानी...
Farmers परम ज़रूरत मानव की वह फ़सल खेत से आएगी देने वाली धरती माँ पर मेहनत हर किसान की सलाम है किसान को जो...
Father पिता वो है जो करता तो है प्यारपर बतलाता नहीं,दिल में समेटे रहता है जज़्बातपर दिखलाता नहीं,पिता के होने से वजूद अगर हैपिता...
Labour Day “होता न मज़दूर तो!!!” होता न मज़दूर तो ये आशियाने न बनते आशियाने तो दूर ईंट पत्थर के ठिकाने न बनते ये...
Bird उड़जा ऐ परिंदे तू तेरा इस जग से क्या वास्ता ये जग तुझको भी न जीने देगा है कठिन बड़ा ये रास्ता है...
Media मीडिया माध्यम भी है और मज़ेदार भी दिखाता ये समाज का आइना तो देता हंसी की फुहार भी… पूरी दुनिया है आज इस...
Women Empowerment ना लो बार बार इम्तिहान नारी का ना परखो नारी की ताकत जब जब टूटा बांध सब्र का आई इस दुनिया पर...
Khat Letter चलो इक ख़त लिखते हैं कल की भूली यादों को ताज़ा करते हैं जब थी दोस्ती कागज़ कलम से बहुत स्याही से खेला...
Cotton बीज बोया किसान ने डाली खाद और दिया पानी छोटा सा इक पौधा उग गया लग गए फूल कपास के खिली धुप तो...
Unemployment आज के युवा देखो कैसे हुए बेहाल हैं रोज़गार नहीं है कोई महंगाई की मार है आज हालात जो हो रहे विश्व के...
Home “घर किसे कहते हैं” ईंटों से दीवार बनी रेत, सीमेंट और बजरी डली कमरों पे थी मज़बूत छत बगिया भी खूब सजी पर...
My Life फर्क नहीं पड़ता लोगों की सोच से अब फर्क नहीं पड़ता ज़माने की खरोंच से अब ज़िन्दगी मेरी है, नाम मेरा ग़ुलाम...
Nari Shakti मत मजबूर करो मत जगाओ दुर्गा स्वरुप नारी को इतनी वो कमज़ोर नहीं बस जज़्बात उसपर भारी हैं मर्यादाओं का मान रखते...
Hindi Vyanjan Poem काम करूँ मैं घर के सारे खाना सब का बनाती हूँ गाय जैसी बंधी रहूं मैं घर से बाहर नहीं कहीं...
Strong Women हाँ..मैं नारी.. कन्या के रूप में जन्म लिया नहीं थी बचपन से लाचारी नारी चाहे हो आज के युग की या हो...
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