“पिता | Father”
Father
पिता वो है जो करता तो है प्यार
पर बतलाता नहीं,
दिल में समेटे रहता है जज़्बात
पर दिखलाता नहीं,
पिता के होने से वजूद अगर है
पिता के होते ना मुश्किल डगर है,
परमेश्वर और पिता में है समानता यही
जिसके आगे ग़म कोई टिकता नहीं,
हर लेता है आने वाली हर विपदा
पर चेहरे पर शिकन तक लाता नहीं,
दरकिनार कर अपनी खुशियां सारी
बच्चों की मांग कभी ठुकराता नहीं,
पिता ही है एक मुश्किल किताब जिसे
उम्रभर इंसान समझ पाता नहीं।।।
पढ़िए “मम्मी मेरी प्यारी प्यारी”
Father
Wow ,very nice . thanks from all the fathers.
Very nice poem 👍
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Nice nd inspired poem
Very good
Nice lines
Good
Feelingfull poem, Match with personality of every father. Maja aa gaya.
Very nice 👌👍
Nice poem 🙏🙏🙏
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Superb 👍👏🏻👏🏻
Sai Lakshmi…. beautiful
very nice detail about Diwali.
Please tell about other festivals. Your language is very clear. Everyone can understand.