“उड़जा ऐ परिंदे”
Bird
उड़जा ऐ परिंदे तू
तेरा इस जग से क्या वास्ता
ये जग तुझको भी न जीने देगा
है कठिन बड़ा ये रास्ता
है दुनिया ये ज़ालिम बड़ी
पग-पग पर मुश्किलें खड़ी
तू बड़ा मासूम परिंदे
यहां इन्सां, इन्सां का न हुआ
फिर तेरी आख़िर किसको पड़ी
तेरी आख़िर किसको पड़ी ।।।
पढ़ें कविता – “हे ईश्वर”
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Nice