“किसान”

Farmers
परम ज़रूरत मानव की
वह फ़सल खेत से आएगी
देने वाली धरती माँ
पर मेहनत हर किसान की
सलाम है किसान को
जो दिन और रात काम करे
बहा कर अपना खून पसीना
हमारे खाने का इंतज़ाम करे
बेशक कीमत चुका कर हम लाते हैं
वो भी इससे कमाते हैं
पर किसान अगर न काम करे
तो हम अनाज कहाँ से पाते हैं
भूमि खाली पड़ी हो लेकिन
करने वाला कोई काम न हो
अपने आप उगे फ़सल कैसे
जब तक वहां किसान न हो
रबी फ़सल हो या हो खरीफ
न परिस्थितियों का तिरस्कार करे
वर्षा और धूप भी सहकर
खेतों में वह काम करे
ज्वार बाजरा गेहूं मक्की
या हो दालें चना मूंग मसर की
किसान बिना न मिल पाएंगी
करता ज़रूरत पूरी सभी की
फ़सल ही उसकी जान है
फसलों में उसके प्राण हैं
खुश होता है देख लहराती फ़सल को
खेती से जुड़ा आधा हिंदुस्तान है।
Farmers
Nice wording
Amazing!