“हमें ग़म मिटाना भी नहीं आता”

हमें ग़म मिटाना भी नहीं आता

हमें ग़म छुपाना भी नहीं आता

हम करें तो क्या करें

ग़म को सीने लगाना भी नहीं आता,

करके देखें दोस्ती ग़म से

बनालें ग़म को ताकत अपनी

बदनसीबी कभी तो दूर होगी

आखिर वक़्त एक सा भी नहीं रहता,

लम्हा लम्हा गुज़र जाएगा

ग़म फिर खुशी में बदल जाएगा

होगी कभी तो दोस्ती लबों की खुशी से

झूठी मुस्कुराहटों से बहुत जीलिए।।।

Priyanka G

Writer | VO Artist | TV Presenter | Entrepreneur

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11 Responses

  1. Nhi says:

    Ý nghĩa

  2. Devisri says:

    My name devisri

  3. Anjula Devi says:

    Really

  4. Neelamegan says:

    Neelamegan tb

  5. SONDIPON GOGOI says:

    Excellent

  6. Partha gogoi says:

    Good concept

  7. Partha Pratim Gogoi says:

    Excited content

  8. Partha gogoi says:

    Very good

  9. Tania says:

    Very nice .

  10. Priyanka G says:

    Hi

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