“तितली”

butterfly

Butterfly

“तितली रानी”

मेरी बगिया बहुत प्यारी है
रंग बिरंगे इसमें फ़ूल खिले

पीले नीले लाल गुलाबी
इन पर तितली है आती

तितली बहुत न्यारी न्यारी
कईं रंगों से सजी सजी

बार बार फूलों पर आती
रस पीकर है उड़ जाती

तितली रानी, तितली रानी
मेरे पास भी आजाओ

मेरे संग नाचो खेलो
मेरा मन बहला जाओ
।।।

Butterfly

“प्यारी तितली”

प्यारी तितली प्यारी तितली
तुम्हारी तो पहचान अलग है
रंग बिरंगे कई रंगों की
सबका मन मोह लेती है

सुन नहीं सकती तितली लेकिन
झनझनाहट से ही सब समझती है
भांप लेती है पैरों से पत्तों की शक्ति
पैरों से ही स्वाद वो चखती है

केवल फूलों के रस(नेक्टर) से
पूरा जीवन जी लेतीहै
कमी सोडियम की पूरी करने को
आंसू कछुओं के पी लेती है

कोमल पंखों से है उड़ती
मन मेरा मोहक करती है
फूल फूल पर फुदक फुदक कर
सब का ध्यान वो खींचा करती है।।।

Read a beautiful poem on “Flowers”

Priyanka G

Writer | VO Artist | TV Presenter | Entrepreneur

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