“हवा कहाँ से आती है”
Wind
“हवा कहाँ से आती है”
पत्ते जब भी हिलें कभी
बात एक मन में आती है
हवा से हिलते हैं ये पत्ते
हवा कहाँ से आती है!?
दिखती नहीं है हवा हमको
एहसास बस करवाती है
मिट्टी, पानी और हवा
ये प्राकृतिक साधन हैं
नहीं बनाई मानव ने
यह ईश्वर की देन है
।।।
पढ़ें कविता “हवा”
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