“बेटियाँ”
Daughters
मम्मी की राजदुलारी हूँ
पापा की बिटिया प्यारी हूँ
प्यार वो मुझको खूब करें
हर ज़रूरत भी पूरी करें
ईश्वर ने तो हम सबको
एक समान बनाया है
बेटा बेटी का भेद मगर
इंसानों ने ही फैलाया है
पुत्र-पुत्र की लालसा ने
लोगों से अधर्म करवाया है
कन्या बिन सृष्टि चल पाए ना
क्यों मानव ये समझ न पाया है
ऐसे पुत्र भी देखे
हज़ार इस दुनिया में
अपने माँ बाप को जिसने
वृद्धाश्रम पहुँचाया है
मैं लाडली अपने मम्मी पापा की
कभी उनसे दूर न जाउंगी
रहूं कहीं भी इस दुनिया में
अपने फ़र्ज़ निभाऊंगी
।।।
पढ़िए पिता पर अद्भुत कविता “पिता | Father”
Daughters
Proud for mother and father
Good 👌
Wonderful
Very beautiful
Beautiful 👌👌
Good 👌👌
Weldone
Nice lines
Very nice poem.Hum kisi se kam nahin, Excellent job👏👏👏👏👍👍👍👍
Very nice thought
👍👌
Nice👍
Excellent poem
Nice
Nice wordings
Nice
👍