“नया सवेरा नईं उम्मीदें”
Morning
सुबह सुबह जब चिड़िया बोले
कानों में मिश्री सी घोले
नया सवेरा नईं उम्मीदें
जागो प्यारे घर वाले ये बोलें
कितने सुनहरे सपने अधूरे
इक और नए दिन में
मिला है मौका
उन सपनों की कड़ियाँ जोड़ें
मन को जो खुदेड़ रही हैं
पाना चाहते हैं जो जीवन में
चल पड़ उन राहों पर
किस्मत के बंद दरवाज़े खोलें
नया सवेरा नईं उम्मीदें
उठजा प्यारे घरवाले ये बोलें।।।
Morning
पढ़ें “करो त्याग आलस्य का”
Very nice