“उम्र और कर्म”

age and life

Age

उम्र को नापा नहीं, तोला जाता है
आंकड़ों में नहीं, कर्मों के फूलों में
पिरोया जाता है

घूँट किसी की नफ़रत
का पिया तो क्या जिया
दिल में तेरे भी द्वेष,उसके भी घृणा
तो भला जीवन भर क्या किया

जब तक होती है ज़िन्दगी
इंसान दौलत कमाता है
जब हो जाता है रुख़्सत
कोई अपना इस जहाँ से
तब कीमत रिश्तों की समझ पाता है

तो ऐ इन्सां देर न कर इतनी
उम्र का आंकड़ा
इक दिन थम जाना है
रब को हिसाब दौलत का नहीं
कर्मों का दिखाना है।

“मौत के साए में जीवन”

Priyanka G

Writer | VO Artist | TV Presenter | Entrepreneur

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18 Responses

  1. Uma Rani says:

    Good

  2. Harmesh Gupta says:

    Very true

  3. Anu says:

    Today ‘s truth. Nice wording.

  4. Anupama says:

    Bahut khoob

  5. Pinki says:

    Very nice

  6. Ritu says:

    Very good

  7. Anju Gupta says:

    Good

  8. Neeraj says:

    Very True and excellent words. Enjoyed.

  9. Renu gupta says:

    Wow superb 👍

  10. Reena Gupta says:

    Great 👍

  11. Kanta says:

    Great work.

  12. ishanmittal6874431 says:

    Nice 👍👍

  13. Ankur gupta says:

    Bahut bdia

  14. Raj Kumari says:

    Informative

  15. Promila says:

    Good

  16. Manju kathuria says:

    Very nice 👍👍

  17. Manju kathuria says:

    Very nice

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